यूपी:एक्टिविस्ट उर्वशी की माँग पर सीआईसी भवेश ने रिक्त सूचना आयुक्त के विभाग अन्य आयुक्तों को बांट शुरू कराई सुनवाई.

लखनऊ
सूबे के महानिदेशक इंटेलिजेंस पद से सेवानिवृत्ति के बाद उत्तर प्रदेश
राज्य सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त ( सीआईसी ) की कुर्सी सँभालने
वाले भवेश कुमार सिंह अब एक्शन के मोड में आ गए हैं. राजधानी लखनऊ के
राजाजीपुरम क्षेत्र निवासी व्यवस्था परिवर्तक, समाजसेविका और नामचीन
आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा की मांग पर तेजतर्रार आईपीएस रहे भवेश ने
तेजी से कार्यवाही करते हुए देश भर के उन आरटीआई प्रयोगकर्ताओं को बड़ी
रहत दे दी है जो आयोग के सुनवाई कक्ष एस-2 की सुनवाईयां नहीं होने की बजह
से लम्बे समय से परेशान थे

आरटीआई को मजबूती देने के लिए दो मैग्सेसे अवार्डी डा. संदीप पाण्डेय और
अरविन्द केजरीवाल के साथ पूर्व में लम्बे समय तक सक्रिय रहीं उर्वशी
बताती हैं कि उन्होंने बीती 15 फरवरी को भवेश को मांग-पत्र देकर आयोग के
सुनवाई कक्ष संख्या S-2 के सूचना आयुक्त का पद रिक्त चलने के कारण
सुनवाई कक्ष संख्या S-2 के सूचना आयुक्त को आबंटित सभी लोक प्राधिकरणों
को मुख्य सूचना आयुक्त व अन्य कार्यरत सूचना आयुक्तों को आबंटित कर
सम्बंधित अपीलों और शिकायतों की नियमित सुनवाई तत्काल आरम्भ कराने की
मांग की थी जिस पर कार्यवाही करते हुए सीआईसी भवेश ने बीती 4 मार्च को
सुनवाई कक्ष संख्या S-2 के सभी मामलों को अन्य सूचना आयुक्तों को
आबंटित कर सम्बंधित अपीलों और शिकायतों की नियमित सुनवाई शुरू करा दी है

उर्वशी बताई हैं कि आयोग के सुनवाई कक्ष संख्या S-2 के सूचना आयुक्त का
पद लम्बे समय से खाली होने की बजह से देश भर के आरटीआई प्रयोगकर्ताओं के
मामले अटके पड़े थे जिसकी शिकायतें उनके मोबाइल और व्हात्सप्प हेल्पलाइन
नंबर 8081898081 पर लगातार मिल रही थीं. बकौल उर्वशी आरटीआई
प्रयोगकर्ताओं की इन परेशानियों के मद्देनज़र उन्होंने भवेश के कुर्सी
सँभालते ही उनके सामने यह समस्या रखी जिसका समाधान सीआईसी भवेश ने 17वें
दिन कर दिया है

इससे पहले सीआईसी रहे जस्टिस एम. ए. खान, रणजीत सिंह पंकज और जावेद
उस्मानी का कार्यकाल देख चुकीं और यूपी के सूचना आयोग के गठन से ही आयोग
में सक्रिय रहीं उर्वशी ने बताया कि पहले किन्हीं सूचना आयुक्त के
रिटायर होने पर उनके मामलों को बाकी रह गए सूचना आयुक्तों को ट्रान्सफर
कर दिया जाता था लेकिन कालांतर में यह व्यवस्था समाप्त हो गई थी जिसे
चौथे सीआईसी ने फिर से स्थापित किया है जो एक सराहनीय कदम है

देश भर के आरटीआई प्रयोगकर्ताओं के हितों को संरक्षित करने के लिए
शीघ्रता से कार्यवाही करते हुए उनकी समस्या का समाधान करने के लिए मुख्य
सूचना आयुक्त भवेश कुमार सिंह को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद ज्ञापित करते
हुए उर्वशी ने अपेक्षा की है कि सीआईसी उनकी अन्य मांगों के सम्बन्ध में
भी शीघ्रता से निर्णय लेकर अपने कार्यकाल में आयोग को सही अर्थों में
‘पारदर्शिता के मंदिर’ के रूप में स्थापित करेंगे.